मोबाइल फोन के प्रभाव | Effects of mobile phones | मोबाइल फोन का विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव | मोबाइल के दुष्प्रभाव | स्कूल में छात्रों के लिए मोबाइल फोन का नुकसान | मोबाइल के खतरे | मोबाइल फोन के नुकसान | मोबाइल के छात्रों के लिए हानिकारक है | मोबाइल फोन के नुकसान पर निबंध | छात्रों पर मोबाइल फोन के प्रभाव |

मोबाइल फोन के प्रभाव 

                वर्तमान वैज्ञानिक युग में मोबाइल के प्रभाव से शायद ही कोई व्यक्ति बचा हो। आज हर व्यक्ति की जेब में या हाथ में मोबाइल फोन दिखाई पड़ता है। मोबाइल फोन हमारे जीवन की आवश्यकता बनकर रह गया हैं इसके बिना जीवन सूना-सूना प्रतीत होता है। यह विज्ञान की एक चमत्कारी देन है। इसके नित्य नए-नए रूप बाजार में दिखाई दे रहे हैं। अब इस फोन में कैमरा भी लग गया है। इसमें बोलने वाले का चित्र भी आ जाता है। यह मोबाइल फोन सम्पति भी है और विपति भी। हर चीज के दो रूप होते हैं-सुखद और दुःखद।

मोबाइल फोन के प्रभाव
Pic Source:Pixabay

                मोबाइल का सुखद रूप यह है कि इसे कहीं भी, कभी भी आसानी से ले जाया जा सकता है। इसे जेब में रखा जा सकता है अथवा हाथ में पकड़ा जा सकता है। अब फोन सुनने या करने के लिए कहीं बैठकर समय बर्बाद करने की आवश्यकता नहीं है। आपका फोन आपकी जेब में हाजिर रहता है। इसका सर्वाधिक लाभ व्यापारी वर्ग के साथ-साथ दैनिक कात करने वालों मजदूरों को है। व्यापारियों का आधे से अधिक काम मोबाइल पर ही हो जाता है। अब उन्हें कहीं जाने की आवश्यकता ही नहीं रहती। व्यापारी के लिए एक-एक मिन्ट की कीमत होती है।

                श्रमिक वर्ग अर्थात् छोटे-छोटे कामगार जैसे-राजमिस्त्री, पेंटर, प्लबंर, बढ़ई के पास जाने की और उन्हें ढूँढने की जरूरत नहीं रह गई है। अब उनके पास मोबाइल है। उन्हें फोन कीजिए, वे तुरंत हाजिर हो जाते हैं। आपका समय और श्रम बचता है, उन्हें काम मिलता हैं। उनके रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं। अब उन्हें घर बैठे ही बुला लिया जाता है।

मोबाइल फोन के प्रभाव
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                मोबाइल फोन के जरिए आप हर समय शेष दुनिया से जुड़े रहते हैं। आप देश के किसी भी हिस्से में है या विदेश में हैं। मोबाइल का बटन दबाते ही सारा हाल आपको ज्ञात हो जाता है। है न कमाल। मोबाइल मंे काॅलों का रिकार्ड दर्ज रहता है अतः इसकी सहायता से अपराधियों का पकड़ना आसान हो गया है। अब तो कोर्ट द्वारा भी इसमें दर्ज बातचीत को मान्यता दे दी गई है।

                मोबाइल के कुछ दुःखद रूप भी हैं। इसका दुरूपयोग अश्लील और अभद्र ैडै भेजने में हो रहा है। अनचाही काॅलेें लोगों का समय बर्बाद करती हैं। इसका अत्यधिक प्रयोग कानों पर बुरा असर डाल रहा है। लोगों के लिए अब यह फैंशन बनता जा रहा है। इसका अधिक प्रयोग उनकी कार्यक्षमता को घटा रहा है।


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